अपने विषय में क्या कहूँ....लिखना मुझे अच्छा लगता है...लिखता हूँ क्यूंकि जीता हूँ...
तू जो शामिल है मेरी धरकनो में,
तू जो मेरे गीतों में बसी रहती है,
तू शामिल है मेरे जीवन में कुछ इस तरह,
जैसे गुलाब में खुशबु रहा करती है.
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