अपने विषय में क्या कहूँ....लिखना मुझे अच्छा लगता है...लिखता हूँ क्यूंकि जीता हूँ...
तुम्हारी याद को दिल से लगा के रक्खा है,
हमने तुम्हे कबसे अपना बना के रक्खा है।
वो सुबह उठ के नहा के चले जाते हैं ऑफिस,
हमने सुबह उठ के उनकी इबादत को अपना ईमान बना रक्खा है।
हमने सुबह उठ के उनकी इबादत को अपना ईमान बना रक्खा है।"wah, bhut khub, shayad yhee neeytee bhee hai "Regards
हमने सुबह उठ के उनकी इबादत को अपना ईमान बना रक्खा है।बेहतरीन...
kya baat hai bhut sundar rachana.
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3 टिप्पणियां:
हमने सुबह उठ के उनकी इबादत को अपना ईमान बना रक्खा है।
"wah, bhut khub, shayad yhee neeytee bhee hai "
Regards
हमने सुबह उठ के उनकी इबादत को अपना ईमान बना रक्खा है।
बेहतरीन...
kya baat hai bhut sundar rachana.
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