ये सारे गणपति के स्केच मैंने फुर्सत के उन क्षणों में उकेरा था जब मेरे पास मेरे सोच, विचार और कल्पना शील मानस का साथ मेरी उँगलियाँ दिया करती थी और मैं हाई टेक पेन उठा किसी भी कागज़ पर या विजिटिंग कार्ड्स पर चित्र उकेर दिया करता था....उम्मीद है, आपको ये पसंद आएगा। फोटो की क्वालिटी के लिए माफ़ी चाहूँगा । - निहार
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