कुछ कही कुछ अनकही
अपने विषय में क्या कहूँ....लिखना मुझे अच्छा लगता है...लिखता हूँ क्यूंकि जीता हूँ...
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Vijuy Ronjan
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शनिवार, 22 जनवरी 2011
अक्स
यह मेरा अक्स है या उसका या हम दोनों का....यह रेखाचित्र मुझे उसतक पहुंचाता है....
-नीहार
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