tag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post6551982775266955121..comments2023-07-05T15:59:12.455+05:30Comments on कुछ कही कुछ अनकही: रौशनी का प्रतिनिधिVijuy Ronjanhttp://www.blogger.com/profile/05204504837179424572noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-37688904546921618422011-05-28T21:43:03.274+05:302011-05-28T21:43:03.274+05:30सूरज उगाऊंगा ....सही अर्थों में,
मैं ही रौशनी का प...सूरज उगाऊंगा ....सही अर्थों में,<br />मैं ही रौशनी का प्रतिनिधि कहलाऊंगा।<br />Magical lines of the post !!!Jyoti Mishrahttps://www.blogger.com/profile/01794675170127168298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-29919268384931208222011-05-27T22:36:44.893+05:302011-05-27T22:36:44.893+05:30सूरज उगाने की जिद ही तो हमें अँधेरे से रोशनी तक जा...सूरज उगाने की जिद ही तो हमें अँधेरे से रोशनी तक जाने को प्रेरित करती है ..समाजवाद की चाहत ही हमें उद्देश्य से विमुख नहीं होने देती है ...फिर से पूछूं ...कैसे लिख लेते हैं आप....Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-61622259953422984672011-05-24T23:29:42.736+05:302011-05-24T23:29:42.736+05:30वे जानते हैं की मैं समरथ हूँ -
सूरज अपनी हथेली पर ...वे जानते हैं की मैं समरथ हूँ -<br />सूरज अपनी हथेली पर उगा सकता हूँ,<br />और, धूप की चाशनी में खुद को पका सकता हूँ।<br />waah bahut khoobज्योति सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14092900119898490662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-70495753144997109322011-05-22T15:52:40.417+05:302011-05-22T15:52:40.417+05:30अँधेरे को तोड़ने के लिय ऐसा ही जज्बा चाहिए...अँधेरे को तोड़ने के लिय ऐसा ही जज्बा चाहिए...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-69695243215097052912011-05-22T15:38:50.822+05:302011-05-22T15:38:50.822+05:30वे जानते हैं की मैं समरथ हूँ -
सूरज अपनी हथेली पर ...वे जानते हैं की मैं समरथ हूँ -<br />सूरज अपनी हथेली पर उगा सकता हूँ,<br />और, धूप की चाशनी में खुद को पका सकता हूँ।<br />.... वाह , और समरथ को पार कौन कर पायेगा , खुदा समरथ के साथ होता है , समरथ यानि समर्थरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.com