tag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post6213713092933231101..comments2023-07-05T15:59:12.455+05:30Comments on कुछ कही कुछ अनकही: शब के सन्नाटे मुझको हैं पसंद....Vijuy Ronjanhttp://www.blogger.com/profile/05204504837179424572noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-17864691071993797812011-02-23T00:32:35.073+05:302011-02-23T00:32:35.073+05:30आपकी प्रस्तुति प्रशंसनीय है.बहुत सुन्दर भावाभिव्यक...आपकी प्रस्तुति प्रशंसनीय है.बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति.aabhar .Shikha Kaushikhttps://www.blogger.com/profile/12226022322607540851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-28305232859952049962011-02-23T00:30:23.587+05:302011-02-23T00:30:23.587+05:30शब के सन्नाटे मुझको हैं पसंद,
मैं खुद के भीतर हो ज...शब के सन्नाटे मुझको हैं पसंद,<br />मैं खुद के भीतर हो जाता हूँ बंद।<br />जलता है विचारों का दीप हरपल,<br />मन के भीतर चलता है एक द्वन्द।<br /><br />बहुत सुंदर अभिव्यक्ति है... तीनों ही रचनाएँ बेमिसाल हैं.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-13551506049107380952011-02-22T21:11:44.304+05:302011-02-22T21:11:44.304+05:30अच्छा लिखते हैं आप ..अच्छी लगी आपकी अभिव्यक्ति .. ...अच्छा लिखते हैं आप ..अच्छी लगी आपकी अभिव्यक्ति .. आभारAmrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-39590133787680575982011-02-22T16:50:43.301+05:302011-02-22T16:50:43.301+05:30sabhi rachna badhiya lagi
शब के सन्नाटे मुझको हैं...sabhi rachna badhiya lagi <br />शब के सन्नाटे मुझको हैं पसंद,<br />मैं खुद के भीतर हो जाता हूँ बंद।<br />जलता है विचारों का दीप हरपल,<br />मन के भीतर चलता है एक द्वन्द।<br />मन आवारा हो भटकता है दर बदर ,<br />उसको बाँध लें और बुन लें नयी छंद।<br />waah bahut khoobज्योति सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14092900119898490662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-66972545037013151772011-02-22T15:48:02.978+05:302011-02-22T15:48:02.978+05:30एक साथ इतनी नज्में .....?
आपकी हैं सारी ....?
सुन...एक साथ इतनी नज्में .....?<br />आपकी हैं सारी ....?<br /><br />सुना है जिसे छू ले वो फिर से जी जाए,<br />चलो एक दफा हम भी मर के देखते हैं।<br /><br />क्या बात है .....<br />पर कोशिश मत कीजियेगा ......हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.com