tag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post2492495325041965155..comments2023-07-05T15:59:12.455+05:30Comments on कुछ कही कुछ अनकही: सुख का बीज मंत्रVijuy Ronjanhttp://www.blogger.com/profile/05204504837179424572noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-73999001985624027372011-06-04T23:08:11.431+05:302011-06-04T23:08:11.431+05:30पहली बार आपके ब्लॉग पर आना हुआ |
आपकी सारी रचनाएं...पहली बार आपके ब्लॉग पर आना हुआ | <br />आपकी सारी रचनाएं पढ़ी बहुत अच्छा लगा !<br />सुन भाई साधो... पोस्ट बहुत पसंद आया <br />अफ़सोस है की पहले क्यों नहीं आया आपके पोस्ट पर !<br />आप मेरे ब्लॉग पे पधारे इस के लिए बहुत बहुत धन्यवाद् और आशा करता हु आप मुझे इसी तरह प्रोत्साहित करते रहेगे <br />आपको मेरी हार्दिक शुभ कामनाएं !मदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-85641226618771609312011-05-17T08:25:43.601+05:302011-05-17T08:25:43.601+05:30जीवन सच में एक अनसुलझी हुई पहेली ही तो है कभी इस...जीवन सच में एक अनसुलझी हुई पहेली ही तो है कभी इस तरफ कभी उस तरफ समझ में ही नहीं आता की हमसे चाहती क्या है |<br />बहुत खुबसूरत रचना जीवन के पहलुओं को दर्शाने में कामयाब |Minakshi Panthttps://www.blogger.com/profile/07088702730002373736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-15862511791871510432011-05-16T08:28:12.209+05:302011-05-16T08:28:12.209+05:30तुम रोओ मत - दुखी मत हो -
सुख का बीज सर्वत्र बोओ ।...तुम रोओ मत - दुखी मत हो -<br />सुख का बीज सर्वत्र बोओ ।<br />अपने पाप दूसरों के पुण्य से धोओ <br /><br />kaavya mei <br />zindgi ka falasfaa jhalak rahaa hai <br />har baat steek aur saarthak <br />aur <br />कल तक का महाभारत - आज से चारों वेद हो गया है <br />kuchh alag-saa lagaa,,, <br />aapne khud bhi kahaa <br />कुछ समझ में नहीं आता <br />समझना चाहता भी नहीं....daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-15570621879886905302011-05-11T16:44:26.237+05:302011-05-11T16:44:26.237+05:30प्रभावी अभिव्यक्ति......प्रभावी अभिव्यक्ति......निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-87853390782098367772011-05-11T05:33:18.103+05:302011-05-11T05:33:18.103+05:30कुछ समझ में नहीं आता - समझना चाहता भी नहीं।
क्यूँक...कुछ समझ में नहीं आता - समझना चाहता भी नहीं।<br />क्यूँकि जानता हूँ - व्यक्ति और व्यक्ति के बीच की जो दूरी है,<br />वही हर व्यक्ति कई अपनी मजबूरी है।<br />और कुछ भी बातें हैं-जो भीतरघातें हैं ।<br />kya baat kahi hai aaj ke sandarbh ko lekar ,ati sundar rachna .ज्योति सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14092900119898490662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-8725846502510705562011-05-09T08:37:44.325+05:302011-05-09T08:37:44.325+05:30तुम रोओ मत - दुखी मत हो -
सुख का बीज सर्वत्र बोओ ।...तुम रोओ मत - दुखी मत हो -<br />सुख का बीज सर्वत्र बोओ ।<br />अपने पाप दूसरों के पुण्य से धोओ<br />एक के घर में पैर - दूसरे के घर में सर,<br />तीसरे के घर में धड रख कर -<br />चैन की नींद सोओ।<br /><br />काफी पहले एक कहावत सुनी थी:-<br /><br />बाबा सोवें ई घर मा,टांग पसारें ऊ घर मा.<br /><br />आपकी कविता पढ़कर उक्त कहावत याद आ गई.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-45665866918252235972011-05-09T07:32:17.023+05:302011-05-09T07:32:17.023+05:30सुख का बीज सर्वत्र बोओ ।
अपने पाप दूसरों के पुण्य ...सुख का बीज सर्वत्र बोओ ।<br />अपने पाप दूसरों के पुण्य से धोओ<br />एक के घर में पैर - दूसरे के घर में सर,<br />तीसरे के घर में धड रख कर -<br />चैन की नींद सोओ।<br /><br />bahut badhiya.....aapki baat sahi bhi hai aur arthpoorn hai.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-73110275360925197.post-81098030050882986392011-05-08T23:19:47.142+05:302011-05-08T23:19:47.142+05:30विजय जी ,सुख का मूलमंत्र दे दिया है ..
सुख का बीज...विजय जी ,सुख का मूलमंत्र दे दिया है .. <br />सुख का बीज सर्वत्र बोओ ।<br />अपने पाप दूसरों के पुण्य से धोओ<br /><br />स्तब्ध हूँ कैसे लिख लेते हैं आप?सारगर्भित कविता के लिए बधाई।Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.com